डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति अपने सन्मान के प्रतिक स्वरुप महाराष्ट्र भाजपा सरकार के शिक्षा विभाग ने 27 अक्टुबर 2017 को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिनांक 7,नवंबर को विद्यार्थी दिवस के रूप में सभी विद्यालयों एवं जुनियर कोलेजों में मनाया जाएगा।
118 वर्ष पुर्व 7 नवंबर 1900 के दिन बालक भीमराव रामजी सकपाल (आंबेडकर) का सातारा शहर के राजवाड़ा चौक पर स्थित गवर्नमेंट हाईस्कूल जो अब प्रतापसिंह हाईस्कूल विख्यात है के अंग्रेजी पहली कक्षा में स्कुल प्रवेश हुआ था। राजवाड़ा की गवर्नमेंट हाईस्कूल के रजिस्टर में "भीमा रामजी आंबेडकर" का नाम क्रमांक 1914 पर अंकित हुआ था । रजिस्टर में अपने नाम के सामने बालक भीमराव के हस्ताक्षर मौजूद हैं। यह ऐतिहासिक दस्तावेज क्यों स्कुल प्रसाशन ने सम्मान और गर्व से सहेज रखा है।
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का का स्कूल में प्रवेश का दिन एक क्रांति दिन के साथ एक ऐतिहासिक घटना भी है। बाबासाहेब के स्कूल का पहला दिन यानी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति और एक युगांतर की शुरुआत थी. उनके स्कूल में जाने के कारण ही अनेक सुशिक्षित हुए साथ ही करोड़ो दलितों का उद्दार भी हुआ. उनके स्कूल जाने के कारण ही भारत को एक बेहतरीन संविधान भी मिला जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को महत्व देता है ।
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का का स्कूल में प्रवेश का दिन एक क्रांति दिन के साथ एक ऐतिहासिक घटना भी है। बाबासाहेब के स्कूल का पहला दिन यानी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति और एक युगांतर की शुरुआत थी. उनके स्कूल में जाने के कारण ही अनेक सुशिक्षित हुए साथ ही करोड़ो दलितों का उद्दार भी हुआ. उनके स्कूल जाने के कारण ही भारत को एक बेहतरीन संविधान भी मिला जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को महत्व देता है ।
7,नवंबर 1900 के दिन हुए भीमराव आंबेडकर के शिक्षा के प्रथम दिन के स्मरण हेतु और विद्यार्थियों को "केवल शिक्षा ही उन्नति का एकमात्र साधन है, और इसके कठीन परिश्रम की जानकारी मिलने हेतु" महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने इस दिवस को "विद्यार्थी दिन" के रूप में घोषित किया है।
इस दिन महाराष्ट्र के सभी विद्यालयों एवं जुनियर कोलेजों में डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन एवं कार्य पर आधारित निबंध, व्याख्यान, प्रतियोगिताएं, क्विज प्रतियोगिताएं, कविता पाठ, वक्तृत्व प्रतियोगिता जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
इस दिन महाराष्ट्र के सभी विद्यालयों एवं जुनियर कोलेजों में डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन एवं कार्य पर आधारित निबंध, व्याख्यान, प्रतियोगिताएं, क्विज प्रतियोगिताएं, कविता पाठ, वक्तृत्व प्रतियोगिता जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
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